अनूभूति कार्यक्रम के तहत् ‘मैं भी बाघ‘ थीम पर बच्चों ने वन परिक्षेत्र गुफाबर्डा आगर का किया भ्रमण।
आगर जिले के अंर्तगत पाये जाने वाले वन्यप्राणियों की जानकारी सहित चीता,सांप, बाघ से अवगत कराया गया।
रिपोर्ट जहीर उददीन आगर मालवा।
आगर-मालवा। मध्यप्रदेशकॉलेज के छात्र-छात्राओं को मैं भी बाघ की थीम पर पर्यावरण संरक्षण नागरिकों को प्रकृति की प्रत्यक्ष अनुभूति का अवसर प्रदान करना व पर्यावरण के उद्देश्य से वनों की उपयोगिता के बारे में जानकारी देने हेतु अनुभूति कार्यक्रम के अंतर्गत वनक्षेत्र का भ्रमण कराया गया। इस कार्यक्रम के तहत गुरूवार को वनक्षेत्र गुफाबर्डा वन परिक्षेत्र आगर का भ्रमण कराया गया। यह कार्यक्रम ईको पर्यटन बोर्ड एवं वित्तीय पोषण एवं म.प्र. राज्य लघु वनोपज संघ एवं कैम्प द्वारा मैं भी बाघ की थीम पर मिशन लाईफ के अनुरूप जीवन शैली को अपनाने एवं प्रो-प्लेनेट-पीपल को बनाने हेतु अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मास्टर ट्रेनर श्री पदम परमार द्वारा पक्षी दर्शन कराकर विविध प्रकार की वनस्पतियों व वन्यप्राणियों की जानकारी दी गई। बच्चों को पर्यावरण संरक्षण, भू-जल संरक्षण, ग्लोबल वार्मिंग, चीता, सांप, बाघ तथा आगर जिले के अंतर्गत पाये जाने वाले वन्यप्राणियों की जानकारी से अवगत कराया। मिशन लाईफ कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवनशैली को बढ़ावा देने व विवेकहीन व व्यर्थ खपत के बजाय सावधानी के साथ और सुविचारित उपयोग करने पर ध्यान दिलाया। बच्चों के सिंगल यूज प्लास्टिक को छोड़कर अनसिले कपड़े, दुपट्टा या अपने गमछे से बैग बनाकर उपयोग करने को बढ़ावा दिया। बच्चों को अपने जन्म दिवस पर अधिक से अधिक पौधे लगाने को प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वन मंडलाधिकारी मयंक चांदीवाल द्वारा बच्चों से सवाल के जवाब किए। इसके बाद बच्चों से वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की प्रतियोगिता आयोजित कर पुरस्कार वितरण किया गया। कार्यक्रम में नेहरू शासकीय महाविद्यायल के छात्र, छात्राऐं एवं महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. साईश्वरी कौल, डॉ. प्रदीप शर्मा, डॉ. अर्चना पाटीदार एवं शासकीय चिकित्सालय से डॉ. कृष्णकांत बैगाना व अन्य कर्मचारियों ने भाग लिया। अशासकिय प्रेरक श्री मनीष मारू द्वारा वन्यप्राणियों को रेस्क्यू संबंधी व उनसे बचने के उपायों को समझाया गया। इस अवसर पर वन परिक्षेत्राधिकारी आगर लक्ष्मीनारायण चौधरी, श्री लाखनसिंह, श्री मंयक श्रीवास्तव, श्री छगलाल परमार प्रभारी लाखाखेड़ी, श्री गोविन्द नारायण शर्मा राकेश कुम्भकार, श्री असदउल्लाखां, श्री नरेन्द्र सक्सेना, श्री अर्जुन चौहान, एवं समस्त स्टाफ मौजूद रहे। आभार वन परिक्षेत्राधिकारी लक्ष्मीनारायण चौधरी द्वारा माना गया।